Summary
- भारतीय कार या दोपहिया खरीदारों को जल्द ही अपने पसंदीदा वाहन को फ्लेक्स-फ्यूल इंजन के साथ खरीदने का मौका मिलेगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की सलाह को अगर समय रहते लागू कर दिया गया तो फ्लेक्स-फ्यूल इंजन वाले वाहन अगले साल की गर्मियों तक बाजार में आ सकते हैं।
- वाहन निर्माताओं को छह महीने के भीतर वाहनों में फ्लेक्स-फ्यूल इंजन पेश करने की सलाह जारी करने के कुछ दिनों बाद, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने जल्द ही ऐसा करने की आवश्यकता को दोहराया है।
- गडकरी ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा कि कार निर्माताओं को समयबद्ध तरीके से बीएस-6 मानदंडों का अनुपालन करने वाले फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों और फ्लेक्स-फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण शुरू करना चाहिए। गडकरी ने कहा कि यह योजना आत्मानिर्भर भारत और परिवहन ईंधन के रूप में इथेनॉल को बढ़ावा देने की केंद्र की नीति के अनुरूप है।
- फ्लेक्स ईंधन वाले वाहन 100 प्रतिशत पेट्रोल या 100 प्रतिशत बायो-एथेनॉल और उनके मिश्रणों के संयोजन पर चलने में सक्षम हैं। साथ ही फ्लेक्स-ईंधन स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों के मामले में स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी के साथ चल सकते हैं।
- गडकरी ने यह भी दोहराया कि कैसे फ्लेक्स-फ्यूल इंजन कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकते हैं ताकि भारत को COP26 में निर्धारित लक्ष्य हासिल करने में मदद मिल सके। इस कदम से भारत को ऐसे समय में अपने ईंधन आयात बिल को कम करने में मदद मिलेगी जब पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं।
- केंद्र ने फ्लेक्स ईंधन वाहनों की शुरूआत में तेजी लाने के लिए कार निर्माता, ऑटो कंपोनेंट निर्माताओं और फ्लेक्स-ईंधन इंजन के ऑटो कंपोनेंट के लिए एक उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (प्रॉडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) (पीएलआई) योजना शुरू की है। गडकरी ने पहले कहा था कि टीवीएस मोटर्स और बजाज ऑटो जैसे ऑटो निर्माताओं ने अपने दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए भी फ्लेक्स-फ्यूल इंजन का निर्माण शुरू कर दिया है।
- एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने निर्धारित किया है कि पारंपरिक ईंधन के अलावा, अधिकृत संस्थाओं को कम से कम एक नई पीढ़ी के वैकल्पिक ईंधन – कंप्रैस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी), जैव- ईंधन, लिक्विफाइड नेचुरल गैस (एलएनजी), इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग पॉइंट आदि – विभिन्न वैधानिक दिशानिर्देशों का पालन करते हुए और फ्लेक्स-ईंधन इंजन वाले वाहनों को शुरू करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है।