सेमीकंडक्टर चिप की कमी की वजह से दुनियाभर में मोटर वाहन उद्योग उत्पादन को कम करने पर मजबूर हुआ है। देश में समय पर चिप की आपूर्ति नहीं होने से वाहनों के उत्पादन में कटौती करनी पड़ी। वाहन निर्माताओं को मजबूरन कुछ दिनों के लिए मैन्युफेक्चरिंग प्लांट तक बंद करना पड़ा। इसका असर कारों की डिलीवरी पर पड़ा और कारों की वेटिंग पीरियड बढ़ गई है। लेकिन खास बात ये है की दिवाली पर ये कंपनी अपने ग्राहकों को भारी डिस्काउंट देने जारी है ताकि घाटे में जा रही कंपनी को ज्यादा बिक्री पर मुनाफा हो | लेकिन इस चुनौती के बीच भी देश के प्रमुख वाहन निर्माता Tata Motors (टाटा मोटर्स) की शानदार बिक्री ने सबको चौंका दिया है। टाटा मोटर्स की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर की ग्लोबल सेल शानदार रही है। कंपनी की जगुआर लैंडरोवर (JLR) समेत बाकी कारों की बिक्री भी इस दौरान अच्छी रही।
टाटा मोटर्स समूह ने वित्तवर्ष 22 की दूसरी तिमाही के दौरान जगुआर लैंड रोवर सहित अपने वैश्विक थोक बिक्री में साल-दर-साल 24 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की। साल-दर-साल आधार पर समूह की थोक बिक्री वित्तवर्ष 22 की दूसरी तिमाही में बढ़कर 251,689 यूनिट्स हो गई। पिछले साल इसी तिमाही में उसने 2,02,873 यूनिट बेची थीं। टाटा मोटर्स की बिक्री बढ़ाने में कार और वाणिज्यिक वाहनों दोनों की अहम भूमिका रही है।
टाटा मोटर्स ने जारी एक बयान में बताया, कि जुलाई-सितंबर में यात्री वाहन सेगमेंट की वैश्विक थोक बिक्री 1,62,634 यूनिट्स रही, जो पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत ज्यादा है। इसी साल अप्रैल-जून में टाटा मोटर्स की कुल बिक्री 2,14,250 यूनिट थी। यह 2020 की इसी अवधि की तुलना में 17 फीसदी बढ़ी है।
इसी तरह सभी टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहनों और टाटा देवू रेंज की वैश्विक थोक बिक्री जुलाई-सितंबर में 89,055 थी, जो वित्तवर्ष 21 की पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 57 प्रतिशत ज्यादा है। टाटा मोटर्स हर तिमाही अपनी ओवरऑल बिक्री के आंकड़े जारी करती है। कंपनी को पिछली तीनों तिमाही के दौरान फायदा मिला है।
चिप के वैश्विक संकट के बावजूद टाटा मोटर्स की लग्जरी कार जगुआर लैंड रोवर (JLR) की बिक्री भी शानदार रही। ग्राहकों ने इस को खूब पसंद किया है इसके फीचर्स ग्राहकों को काफी पसंद आ रहे हैं जिससे ये उम्मीद जताई जा रही है की आगे भी इसकी बिक्री में उछाल देखने को मिलेगा | कंपनी ने इस अवधि में JLR कारों की 78,251 यूनिट्स की बिक्री की। इसमें जगुआर की बिक्र 13,944 यूनिट्स रही, जबकि लैंड रोवर की बिक्री 64,307 यूनिट्स रही।